जयादा तो कोई कम बोलता है ,
वकील और सत्यवादी लोग सबसे कोई ऊपर है,
माननीय नेता जी का नाम सबसे सुपर है ,
कमाई के लिए दुकानदार झूठ बोलता है ,
सच को छिपाने के लिए थानेदार झूठ बोलता है ,
मंदिरों के कई पुजारी झूठे ,दरसन के अभिलाषी झूठे,
क्या करे भगवान, अगर सभी झूठे, तो वो किस्से रूठे ,
कोई नोकरी बचने के लिए झूठ बोलता है ,
तो कोई छोकरी पटाने के लिए झूठ बोलता है ,
मुझे तो झूठ में भी प्रतिशत नजर आता है
कोई एक या उससे जयादा तो कोई शत प्रतिशत बोलता है,
फिर भी हर कोई सबको सच बोलने की सीख देता है ,
कोई उसे समझता है ,कोई उसे हवा में उडा देता है ,